
कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने अशोक नगर की सभा में सिंधिया को कुत्ता नहीं कहा। ग्वालियर में चुनावी सभा के बाद पत्रकारों से चर्चा में फूटा दर्द।
द ग्वालियर। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि राज्य में जिन सीटों पर उप-चुनाव हो रहा है, जनता इस बात को जान गई है कि यह उप-चुनाव क्यों हो रहा है। इतना ही नहीं भाजपा भी इस बात को समझ चुकी है। उन्होंने कहा कि चुनावों में टाइगर से लेकर कुत्ता तक के शब्द आए। सिंधिया ने कहा कि मैंने (कमलनाथ ने) उन्हें कुत्ता कहा। उन्होंने स्पष्ट किया कि अशोकनगर की सभा में जनता और मीडियाकर्मी भी मौजूद थे, वह स्वयं बता देंगे कि मैने सिंधिया को कुत्ता कहा कि नहीं। मुख्यमंत्री शिवराज ने उन्हें पापी तक कह डाला। उन्होने कहा कि हां मैं पापी हूं, क्योंकि मैंने किसानों का कर्जा माफ किया। जनता को सौ रूपए में सौ यूनिट बिजली दी। हां में एक बात स्वीकार करता हूं कि उन्होंने कोई सौदा नहीं किया। मैंने सीएम पद के लिए कोई समझौता नहीं किया।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ग्वालियर में चुनावी सभा के बाद पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश में राजनीति का स्तर ऐसा हो जाएगा, ऐसा कभी सोचा नहीं था। उन्होंने कहा कि डबरा की सभा में आइटम का उपयोग किया, जिस पर सामने वाले को बुरा लगा और मैंने खेद भी व्यक्त किया। पूर्व सीएम ने कहा कि 40 वर्षों से राजनीति कर रहा हूं। कई चुनाव मैंने लड़े और लड़ाए हैं। लोकसभा तक में आइटम का उपयोग प्रधानमंत्री से लेकर अन्य सांसदों के लिए होता रहा है, जिस पर भाजपा ने बे फालतू में बखेड़ा खड़ा कर दिया जो चार दिनों तक चला।
पूर्व सीएम ने कहा कि शिवराज सिंह पहले दिन से ही जनता से झूठ बोल रहे हैं। वह तो अपने नजरिए से जनता को देखते हैं। वह तो घोषणाएं, शिलान्यास, नारियल फोड़ते हैं और जनता को मूर्ख बनाते रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब जनता उनसे मूर्ख बनने वाली नहीं है।
उन्होंने कहा कि वह मुझसे 15 माह का हिसाब मांग रहे हैं, लेकिन जनता को 15 सालों का हिसाब क्यों नहीं दे रहे। उन्होंने जनता को सौ रूपए में सौ यूनिट बिजली दी। हां में एक बात स्वीकार करता हूं कि उन्होंने कोई सौदा नहीं किया। मैंने सीएम पद के लिए कोई समझौता नहीं किया। माफियाओं से लेकर अन्य के लिए अभियान चलाया और कड़ी कार्रवाई भी की। यही मेरी गलती है। जनता ने शिवराज को भी 15 साल तक आजमाया और 15 माह तक मुझे भी। मैंने ग्वालियर-चंबल संभाग में मान-सम्मान में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी चाहे वह छोटा व्यापारी हो या कोई अन्य।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि चुनाव आयोग ने नोटिस दिया, उन्होने पढ़ लिया। वह 40 सालों से ऐसे ही नोटिसों का जबाब देते आए हैं। चुनाव आयोग ने क्या किया इसे जानने की आवश्यकता नहीं हैं। 10 नवंबर के बाद ग्वालियर-चंबल की जनता स्वयं जबाब दे देगी। मतदाता को समझ आ गया है और चुनावों में उनके आंखों में पहचान को देख रहा हूं। सिंधिया उनके पास कोई विकास की बात लेकर नहीं आए। कमलनाथ ने कहा कि जो कांग्रेस को छोड़कर चले गए, इस प्रकार की गद़दारी के लिए कांग्रेस में कोई स्थान नहीं होगा। कमलनाथ ने कहा कि राजनीति में गिरा स्तर चिंता का विषय है। इस पर बहस होना चाहिए।
Shame full