
कांग्रेस विधायक डॉ. सतीश सिंह सिकरवार ने निगमायुक्त को ज्ञापन देकर दी चेतावनी। भेदभाव का आरोप लगाया। निगमायुक्त ने दिया आश्वासन, नहीं देना पड़ेगा धरना।
द ग्वालियर। ग्वालियर पूर्व के कांग्रेसी विधायक डॉ. सतीश सिंह सिकरवार ने अपनी विधानसभा क्षेत्र में जनकार्य न होने पर नाराजगी जताई है। उन्होंने मंगलवार को निगमायुक्त शिवम वर्मा को ज्ञापन देने के दौरान उनके साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि जबसे वह विधायक बने हैं तब से काम बंद कर दिए हैं। टेंडर नहीं खोले जा रहे हैं। इतना ही नहीं, जो राशि स्वीकृत हुई थी उसे भी शासन को लौटा दिया गया है। विधायक ने चेतावनी दी कि यदि 10 दिन में काम शुरू नहीं हुए तो उन्हें निगम मुख्यालय के सामने धरना देने को मजबूर होना पड़ेगा।
विधायक ने गिनाई समस्याएं
विधायक सतीश सिकरवार मंगलवार को बाल भवन पहुंचे। इस दौरान निगमायुक्त शिवम वर्मा ने अन्य अधिकारियों को भी बुला लिया था। विधायक ने एक-एक कर अनेक समस्याएं बताईं। उन्होंने कहा कि अमृत योजना के तहत सीवर व पानी की लाइन के लिए सड़क खोदी गई, लेकिन अब तक सड़कों की मरम्मत नहीं की गई है। कई जगह सीवर व पानी की लाइन नहीं डाली गई है।
कई जगह लाइऩों का मिलान नहीं किया गया। सीवर की नियमित सफाई नहीं हो रही है। इससे कई जगह सीवर ओवरफ्लो हो रहा है। निर्माण कार्य बंद कर दिए हैं। निगम निधि, महापौर निधि, सभापति निधि, पार्षद निधि से स्वीकृत कार्य के टेंडर होने के बाद अब तक काम शुरू नहीं हो सके हैं। विधायक ने निगम द्वारा उनके साथ भेदभाव का आरोप भी लगाया।
निगमायुक्त ने कहा कि वे किसी के साथ भेदभाव नहीं करते। उनकी विधानसभा क्षेत्र के स्वीकृत कार्य जल्द शुरू करा दिए जाएंगे। उन्हें धरने पर नहीं बैठना पड़ेगा। विधायक के साथ जिला कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष महाराज सिंह पटेल, अमर सिंह माहौर, वीर सिंह तोमर, चतुर्भुज धनोलिया के अलावा पूर्व नगर निगम नेता प्रतिपक्ष कृष्णराव दीक्षित आदि भी मौजूद थे।