
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने ग्वालियर के विकास पर सुझाव को लेकर आयोजित की बैठक। बैठक में चैंबर ऑफ कॉमर्स के मानसेवी सचिव डॉ. प्रवीण अग्रवाल ने दिए सुझाव।
द ग्वालियर। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह (Collector Kaushlendra Vikram Singh) को ग्वालियर के विकास (Gwalior Development) को लेकर ‘विजन डॉक्यूमेंट’ प्रजेंटेशन बनाने के निर्देश दिए थे, जिसके बाद गुरुवार को कलेक्टर ग्वालियर ने एक बैठक रखी। बैठक में मध्य प्रदेश चैंबर ऑफ कॉमर्स (MPCCI) की ओर से मानसेवी सचिव प्रवीण अग्रवाल ने ग्वालियर के विकास को लेकर ‘विजन डॉक्यूमेंट’ प्रजेंटेशन द्वारा अपने सुझाव प्रस्तुत किए।
बैठक में मानसेवी सचिव डॉ. प्रवीण अग्रवाल ने कहाकि सभी बिन्दुओं पर चैंबर द्वारा विभिन्न वर्ग के व्यवसाइयों के साथ चर्चा कर, पृथक से ‘विजन डॉक्यूमेंट’ प्रजेंटेशन प्रस्तुत किया जाएगा। बैठक में उपस्थितजनों का स्मॉर्ट सिटी योजना को लेकर काफी असंतोष था। बैठक में उपस्थित लोगों का कहना था कि स्मार्ट सिटी योजना को भी विजन डॉक्यूमेंट में शामिल किया जाए। साथ ही, सभी का इस बात को लेकर एक मत था कि विकास योजना वही बने, जिनका समय पर क्रियान्वयन हो सके।
ग्वालियर के विकास को लेकर प्रस्तुत सुझाव
1. सोन चिरैया अभ्यारण्य क्षेत्र से चूंकि अब 111.73 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल पृथक किए जाने संबंधी अधिसूचना जारी हो चुकी है, इसलिए अब भविष्य में ग्वालियर के विकास की संभावनाएं शहर के पश्चिम क्षेत्र, यानि कि तिघरा क्षेत्र (साडा) में की जा सकती है। उन्होंने कहा कि साडा क्षेत्र में नवीन औद्योगिक क्षेत्र का निर्माण, वेस्टर्न बायपास का प्राथमिकता पर निर्माण, श्रीमंत माधवराव सिंधिया काउण्टर मैग्नेट सिटी के विकास को गति दी जाए तथा आई.टी. सेक्टर कंपनी तथा शासकीय कार्यालयों की स्थापना की दिशा में हरसंभव प्रयास किए जाए।
2. नेरोगेज ट्रेन की पटरी को ग्वालियर रेलवे स्टेशन से मोतीझील रेलवे स्टेशन तक हटाया जाए और रिक्त स्थान पर 60 फीट चौड़ी सड़क का निर्माण किया जाए ।
3. शहर में मेट्रो ट्रेन का संचालन हेतु सर्वे एवं डीपीआर की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
4. शहर के अंदर ई-बस सेवा प्रारम्भ की जाए।
5. शहर में आधुनिक फायर स्टेशन की स्थापना की जाए।
6. नवीन लोहा मण्डी की स्थापना में आ रहीं रुकावटों को दूर किया जाए।
7. स्वर्ण रेखा नदी के दोनों ओर (गोल्डन लाईन) रोड का निर्माण किया जाए।
8. गोला का मंदिर से पुरानी छावनी मार्ग (मुरैना लिंक रोड) को 4-लेन किया जाए।
9. शहर में सड़कों का निर्माण गुणवक्तायुक्त एवं दीर्घकालिक दृष्टि को रखकर किया जाए।
10. शहर में यातायात को गति देने हेतु शिंदे की छावनी-बहोड़ापु-ट्रांसपोर्ट नगर तथा गश्त का ताजिया-लक्ष्मीगंज-गुप्तेश्वर घाटी तक के मार्गों को सिटी एक्सप्रेस-वे के रूप में विकसित किया जाए।
साडा क्षेत्र में विकास की और संभावनाएं भी बताईं
मानसेवी सचिव डॉ. प्रवीण अग्रवाल ने बैठक में इस बात पर जोर दिया कि साडा’ क्षेत्र में काफी जगह उपलब्ध है, इसलिए यहां पर मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर, मैकेनिकल क्लस्टर, प्रिंटिंग प्रेस क्लस्टर, जनरल स्टोर के गोदाम क्लस्टर, एज्यूकेशन एवं हॉस्पीटल क्लस्टर आदि विकसित किए जाएं। इससे व्यवसाइयों एवं उद्यमियों को काफी आसानी होगी। साथ ही, साडा क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि क्लस्टर में गारंटी के साथ भूखण्ड का पजेशन दिए जाने की समय-सीमा भी तय की जाए, जिससे कि व्यवसाइयों को नवीन लोहा मण्डी जैसे कटु अनुभव का सामना नहीं करना पड़े।