
ग्वालियर। कोरोना वायरस (corona virus) के बढ़ते मामलों के बीच अब डेंगू-मलेरिया (Dengue-Malaria) का डर भी सताने लगा है। अगर लोग जागरूक नहीं हुए तो कोरोना के साथ डेंगू-मलेरिया बड़ी परेशानी खड़ी कर सकता है। लिहाजा मध्य प्रदेश (Madhya pradesh) के ग्वालियर जिले में इस खतरे को भांपते हुए मानसून की दस्तक से पहले लोगो को जागरूक (Awareness Program) करने का काम शुरू किया गया है।
सोमवार को क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं संभाग ग्वालियर डॉ. ए.के. दीक्षित द्वारा मलेरिया रथ को हरी झंडी दिखाकर कर रवाना किया गया। यह रथ शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में लोगो को डेंगू-मलेरिया जैसी बीमारियों से बचने के लिए जागरूक करेगा। इस मौके पर जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. आर.के.गुप्ता, जिला मीडिया अधिकारी आई.पी. निवारिया, मलेरिया निरीक्षक पान सिंह आदि उपस्थिति रहे ।
यह होगा रथ में
- यह मलेरिया जागरूकता रथ मलेरिया प्रभावित 48 हाई रिस्क ग्रामों में भ्रमण करेगा।
- चलित मलेरिया रथ में तत्काल जांच व उपचार की समुचित व्यवस्था रहेगी।
- रथ के स्टाफ द्वारा आमजन को मलेरिया के लक्षणों उसे संबंधित बचाओ की जानकारी प्रदान की जाएगी।
हाई अलर्ट पर अफसर
- हाई रिस्क ग्रामों एवं प्रवासी मजदूरों पर विशेष निगरानी रखकर फीवर सर्वे करवाया जा रहा है ताकि जिले में मलेरिया के प्रभाव को कम किया जा सके।
- आमजन को आवंटित मछरदानी के बारे में भी शिक्षा प्रदान की जाएगी।
- शहरी क्षेत्र में 28 टीमें मलेरिया का सर्वे कर रही है मलेरिया सर्विलेंस कार्यकर्ता घर-घर जाकर फीवर की जांच सुनिश्चित कर रहे हैं।
- मलेरिया के लक्षण बचाओ के उपाय बताकर घर में लार्वा नष्ट करने की प्रक्रिया से अवगत करवा रहे हैं। साथ ही मलेरिया डेंगू से जागरूकता हेतु पेंपलेट वितरण गतिविधियां आयोजित कर आमजन को जागरुक करने का प्रयास कर रहे हैं।
- मलेरिया जागरूकता गतिविधियां पूरे माह जारी रहेगी।
- सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर जन जागरूकता कार्यक्रम होंगे।
- 15 सेक्टर स्तरीय सामाजिक जुड़ाव कार्यशाला होगी।
- 40 ग्राम पंचायत स्तरीय कार्यशाला व प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा।
—वर्जन–
1 जून से 30 जून तक मलेरिया निरोधक माह का आयोजन किया जाएगा। मलेरिया विभाग द्वारा शहरी क्षेत्र से ग्राम स्तर तक कई गतिविधियां आयोजित की जा रहीं हैं, जिसमें सामाजिक जुड़ाव कार्यशाला, अंतर विभागीय समन्वय विकासखंड एवं ग्रामीण स्तर पर जन जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। उप स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर मलेरिया की जांच व उपचार की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। ग्राम वार आशाओं को प्रशिक्षित कर मलेरिया का उपचार सुनिश्चित किया जाएगा। आशा द्वारा आमजन को जागरूक करने हेतु नारा लेखन कार्य भी किया जा रहा है ।
डॉ.एसके वर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ग्वालियर