
मानव शरीर का 30 प्रतिशत हिस्सा तरल है। बाकी 70 प्रतिशत में अस्थि और मज्जा शामिल है, इसलिए जल को जीवन की संज्ञा दी गई है। मनुष्य बिना भोजन के कुछ समय रह सकता है, लेकिन बिना पानी के रहना असंभव होता है।
पानी सभी पीते हैं, लेकिन अधिकांश शरीर की जरूरत के अनुसार उचित मात्रा में पानी नहीं पीते हैं। यही वजह है कि शरीर में पानी की कमी के मरीजों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। गर्मी के मौसम में डिहाइड्रेशन के मरीजों की संख्या अधिक होती है।
बिल्कुल हल्के में न लें
शरीर में पानी की कमी होना हम सभी बहुत हल्के में लेते हैं। यही वजह है कि डिहाइड्रेशन के कारण बड़ी संख्या में रोगियों की मृत्यु तक हो जाती है। पानी की कमी होने पर मानव शरीर में कुछ लक्षण दिखाई देते हैं, जिन्हें आमतौर पर हम सभी नजरंदाज करते हैं या जानकारी के अभाव में गंभीरता से नहीं लेते हैं। जानते हैं इन लक्षणों के बारे में जिससे समय रहते समस्या से निजात पा सकें।
पानी की कमी के सामान्य लक्षण
-शरीर में पानी की कमी होने पर होंठ बहुत सूख जाते हैं। होंठ की बाहरी त्वचा फटने लगती है। कई बार होठों से खून भी आने लगता है।
-पानी की कमी की वजह से गला लगातार सूखा बना रहता है। बार-बार प्यास लगने पर पानी पीने के बाद भी प्यास नहीं मिटती है।
-सीने पर हल्की जलन, पेट में एसिडिटी या असहजता हो सकती है। सांसों के साथ लगातार दुर्गंध आती है। ब्रश करने के बाद भी सांसों की दुर्गंध महसूस होती हैं।
यूरिन, स्किन और मसल्स पर असर
-जब शरीर में पानी की कमी होती है तो पेशाब गाढ़े पीले रंग का आता है। इसके साथ मात्रा में सामान्य से कम होता है और पेशाब के बाद प्राइवेट पार्ट में जलन या खुजली की समस्या हो सकती है।
-शरीर की त्वचा बहुत रूखी और बेजान नजर आती है। लंबे समय से पानी की कमी से जूझ रहे लोगों की त्वचा पर कम उम्र में ही झुर्रियां नजर आने लगती हैं।
-मांसपेशियों में दर्द, ऐंठन और जकड़न की समस्या हो सकती है। इसके साथ ही सिर में लगातार दर्द बना रहता है। चेहरा मुर्झाया हुआ और तेजहीन लगता है।
-शरीर की जरूरत अनुसार पानी न पीने पर आंखों के नीचे काले घेरे साफ दिखते हैं। आंखें अंदर धसने लगती हैं और हर समय कमजोरी का अहसास होता है।