
संत हरि गिरी महाराज की शराबबंदी पदयात्रा में उमड़ा लोगों का हुजूम, शीतला के सांतऊ से शुरू हुई पदयात्रा मुरैना तक जाएगी।
द ग्वालियर। मुरैना में जहरीली शराब से दो दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत से आहत संत हरि गिरी महाराज ने शराबबंदी की मांग को लेकर पदयात्रा शुरू की है। शीतला माता मंदिर सांतऊ से एक दिन पहले शुरू हुई 6 दिन की यह पदयात्रा मंगलवार को सिरोल पहुंची। दोपहर में यह यात्रा मुरैना की ओर कूच कर गई। पदयात्रा में हरि गिरी महाराज के साथ ही लाल गिरी महाराज, बालकदास महाराज और उनके सैकड़ों भक्त शामिल हुए है। पदयात्रा जिन क्षेत्रों से होकर गुजर रही है वहां हरि गिरि महाराज द्वारा लोगों से शराब छोड़ने का आग्रह कर रहे हैं।
भाजपा की कद्दावर नेता उमा भारती के बाद प्रदेश में एक बार फिर शराबबंदी की आवाज उठी है। इस बार यह आवाज किसी नेता या राजनीतिक दल ने नहीं, बल्कि संत हरि गिरी महाराज ने उठाई है। हरि गिरी महाराज चूंकि गुर्जर समाज के हैं, इसलिए गुर्जर समाज में शराबबंदी, दहेज प्रथा, शादियों में विलासिता जैसी बुराइयों को बंद कराने के लिए महाराज प्रयासरत हैं। इस बार वे पूरे अंचल में पदयात्रा करेंगे।
पहले चरण में 22 फरवरी को ग्वालियर के सातऊं गांव शीतला मंदिर से अपने सैकडों भक्तों के साथ हरिगिरी महाराज ने 6 दिवसीय पदयात्रा का शुभारंभ किया है। मंगलवार को सिरोल में हनुमान टेकरी मंदिर से यह पदयात्रा फिर से शुरू हुई इसके बाद यात्रा मुरार, दीनदयाल नगर, भिंड रोड गिरगांव, लक्ष्मणगढ़ होते हुए बायपास के गांव में संपर्क करते हुए बानमोर, नूराबाद से मुरैना पहुंचेगी। इस दौरान रास्ते में जगह-जगह लोगों को शराब छोडने की शपथ भी दिलाई जा रही है।