
मुरैना जिले की सुमावली विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर जीते हैं अजब सिंह कुशवाह। बयान से गुर्जर समाज में हो रही है तीखी प्रतिक्रिया।
द ग्वालियर। तीन चुनाव हारने के बाद मुरैना जिले के सुमावली से पहली बार कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने अजब सिंह कुशवाह की भाजपा के पीएचई मंत्री रहे एदल सिंह कंषाना को खुली चुनौती देने का मामला गरमाता जा रहा है। कंषाना को 10 हजार से ज्यादा वोटों से हराने वाले कुशवाह ने खुली चुनौती दी है कि पीएचई मंत्री शांति से रहें। क्षेत्र में भय का माहौल न बनाएं अन्यथा ठीक नहीं होगा।
दरअसल, मतदान के दिन 3 नवंबर को एक गांव में गोली चली थी, जिसमें अजब सिंह समर्थक एक कुशवाह घायल हुआ था। घायल कुशवाह ने कंषाना समर्थक गुर्जर समाज के लोगों पर गोली मारने का आरोप लगाया है। मतगणना तक अजब सिंह मौन रहे और जैसे ही मतपेटी ने उनके पक्ष में फैसला दिया तो वे जोश में आ गए। उनके बयान से गुर्जर समाज में तीखी प्रतिक्रिया हो रही है। अप्रत्यक्ष रूप से गुर्जर समाज के लोग सोशल मीडिया पर कुशवाह को तरह-तरह के शब्दों में धमकी दे रहे हैं। ग्वालियर चंबल की पहचान बंदूकों से रही है, इसलिए प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। विधायक कुशवाह ने चेतावनी दी है कि क्षेत्र में अब रेत का अवैध कारोबार नहीं होगा।
ग्वालियर चंबल अंचल की पहचान हमेशा बंदूकें रही हैं। हर किसी को कंधे पर हथियार टांगने का शौक रहता है। अवैध रूप से रेत खनन कारोबार भी प्रदेशभर में सुर्खियां बटोरता है। ऐसी स्थिति में अजब सिंह के बयान को लेकर प्रशासन गंभीर है। कहीं दोनों समाज के लोग आमने-सामने न आ जाएं, इसलिए दोनों पक्षों पर शासन-प्रशासन ने चौकसी बैठा दी है।