
स्वच्छता अभियान के तहत नगर निगम ने लगाई पूरी ताकत। 50 टिपर खरीदने को दी मंजूरी।
द ग्वालियर। देश की स्वच्छता रैंकिंग में उच्च स्थान पाने के लिए नगर निगम प्रशासन ने साफ-सफाई में पूरी ताकत झोंक दी है। शहर पर गंदगी का दाग बनी स्वर्ण रेखा नदी से गंदगी बाहर करने गुरुवार को निगम ने एक साथ 6 जेसीबी उतार दीं। दूसरी ओर दीवारों को सुंदर बनाने पेंटिंग कराना शुरू कर दिया है।
बुधवार को ग्वालियर प्रवास पर आकर निरीक्षण और अधिकारियों की बैठक में नगरीय प्रशासन व विकास विभाग के आयुक्त निकुंज श्रीवास्तव ने 50 नए कचरा कलेक्शन वाहन (टिपर) खरीदने को मंजूरी दे दी थी। जल्द ही अब निगम के बेड़े में 50 टिपर शामिल हो जाएंगे। पिछले दिनों भी निगम ने 45 टिपर व 5 डंपर खरीदे थे। इस कारण शहर में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के काम में गति मिली है।
निगमायुक्त शिवम वर्मा ने अब पूरा ध्यान स्वच्छता अभियान पर कर लिया है। 7 फरवरी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शहर में आ रहे हैं। इसे देखते हुए निगम व जिला प्रशासन अधिक सक्रिय हो गया है।
हर साल होती है सफाई
स्वर्ण रेखा नदी कभी शहर की सबसे खूबसूरत नदी होती थी। 14 किलोमीटर लंबी इस नदी में साफ पानी बहता था। बाद में यह नदी गंदे नाले में बदल गई। स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम के आने से पहले इसकी सफाई की जाती है। इसमें जमा सीवर के पानी की गंदगी को मशीनों व मजदूरों से बाहर किया जाता है। स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम फरवरी-मार्च में आ सकती है, इसलिए निगम ने नदी की सफाई शुरू करा दी है।
दीवारों की रंगाई-पुताई शुरू
शहर की दीवारों को आकर्षक बनाने का काम शुरू कर दिया है। मुख्य सड़कों के किनारें की दीवारों पर आकर्षक पेंटिंग कराई जा रही है। शहर के प्रमुख क्षेत्रों में एक सप्ताह से सुबह और रात्रिकालीन सफाई की जा रही है। रात को भी अब कचरा कलेक्शन वाहन पहुंचने लगे हैं। निगमायुक्त वर्मा सहित अन्य अधिकारी नियमित रूप से सुबह-शाम अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर सफाई व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं। इससे सफाई अमला सक्रिय हो गया है। उल्लेखनीय है कि ग्वालियर प्रवास के दौरान बुधवार को नगरीय प्रशासन आयुक्त निकुंज श्रीवास्तव ने भी स्वच्छता अभियान पर विशेष जोर दिया था। उन्होंने चेतावनी दी थी कि स्वच्छता अभियान में ढिलाई बरतने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।